अब रोने से क्या फायदा, मैंने तो सीख लिया है,
जो शौक सब पालते है वो हम नहीं ❌पालते, और जो शौक हम पालते है, वो सबके बस की बात नहीं
जब तेरी तरह तुझे भी तेरा अपना छोड़ जाएगा।
➡सुधरी हे तो बस मेरी आदते वरना मेरे शौक वो तो आज भी तेरी औकात से ऊँचे हैं
लब जरा से हिलते नहीं की नाम तेरा आता है।
हमने ये सोचा वो वापिस आए हमारी मोहब्बत के लिए,
जिसने मुझे टूटते दिल से भी दिलासा दे दिया।
लेकिन जब उन्होंने हमें कोई तवज्जो ना दी,
कमबख्त हमारा दिल भी ऐसी ही हसीना पर आता है;
आदते बुरी नहीं ❌शोक ऊँचे है, वरना किसी ख़्वाब की इतनी औकात नहीं, की हम देखे और पूरा ना हो
You don’t really need to use quite a few terms to Express the concept. Whilst there is a time and spot for this, heading for a protracted caption anytime can backfire.
दोस्तों मे आशा करता हूँ की हमारे द्वारा लिखी गई ➡सुधरी हे तो बस मेरी आदते वरना मेरे शौक वो तो आज भी तेरी औकात से sudhri hai to bas meri aadate shayari ऊँचे हैं शायरी आपको बहुतही ज्यादा पसंद आई होगी। अगर यह शायरी आपको पसंद आई है, तो हमें कमेंट बॉक्स में अवश्य कमेंट करके बताएं। और साथ ही आप हमें यह भी बता सकते हैं, कि इन ऐटिटूड शायरी में से सबसे अच्छी शायरी आपको कौन सी लगी। और आप ऐटिटूड शायरी को अपने सभी दोस्तों के साथमे शेयर कर सकते है। और इसे इंस्टाग्राम, फेसबुक और व्हाट्सप्प मे भेज सकते है।
बेवफा वक़्त था? तुम थे? या मुकद्दर था मेरा?
हमने ही दिल खोया और हम ही गुनेहगार हो गए !